Wednesday, 20 November 2013

आतंकी संगठनों के निशाने पे मोदी

मोदी ने ऐसा क्या कर दिया है की सभी आतंकी संगठनों के निशाने पे आगए है. ये समझ पाना बहुत मुश्किल लग रहा है। 
बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेन्द्र मोदी पर हमला करवाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अपने खास गुर्गे दाऊद इब्राहिम की मदद मांगी है. भारतीय गुप्तचर एजेंसियों ने यह सूचना एकत्रित की है. गुप्तचर एजेंसियों के एक सीक्रेट नोट में मोदी पर खतरे का जिक्र है. उन्हें कुछ और आतंकवादी संगठनों से खतरा है.
गुप्तचर एजेंसियों की ताजा जानकारी के मुताबिक आईएसआई नरेन्द्र मोदी पर हमला करवाने के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मदद ले रहा है. गुप्तचर विभाग के नोट में मोदी पर खतरे का जिक्र है और वह भी आईएसआई-दाऊद गठजोड़ से. इसमें कहा गया है कि आईएसआई के सीनियर ऑफिसरों से मीटिंग में दाऊद इब्राहिम को भारत में अपनी गतिविधियां फिर शुरू करने को कहा गया है और नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने को भी कहा गया है.
सूत्रों ने बताया कि यह नोट नरेन्द्र मोदी पर पटना रैली के दौरान हुए हमले के बाद तैयार हुआ है. पटना बम ब्लास्ट में 8 लोग मारे गए थे. समझा जाता है कि उस हमले में भारतीय आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का हाथ है.
खुफिया नोट में कहा गया है कि नरेन्द्र मोदी को सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी खतरा है. पाकिस्तान की आईएसआई के अलावा सऊदी अरब के आतंकी संगठन भी नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की ताक में हैं. नोट में कहा गया है कि सऊदी अरब में बैठे आतंकी संगठन मोदी पर हमला करने की योजना बना रहे हैं.
गुप्तचर एजेंसियों को खबर मिली है कि एक आतंकी शाहिद उर्फ बिलाल ने सऊदी अरब में बैठे अपने साथी को कहा है कि मोदी पर हमला करवाने के लिए आत्मघाती हमला रिमोट कंट्रोल के जरिये बम हमले से कहीं बेहतर रहेगा.
नोट में एक और सनसनीखेज खुलासा है कि भारतीय सुरक्षा अधिकारियों में से कुछ आक्रामक हो सकते हैं और वे मोदी पर हमला करवाने के लिए आतंकी संगठनों की मदद ले सकते हैं. नोट में यह भी कहा गया है कि लश्कर-ए-तय्यबा ने कुछ सुरक्षा अधिकारियों की बहाली करवाई है ताकि उन तक आसानी से पहुंच हो सके.
केन्द्रीय गुप्तचर एजेंसियों को सूचना मिली है कि प्रतिबंधित संगठन सिमी अन्य आतंकी गिरोहों से मिलकर मोदी पर हमले की योजना बना रहा है. सिमी के सदस्य एलईटी, हरकत-उल-जिहाद अल-इस्लामी और जैश-ए-मुहम्मद के संपर्क में हैं.
नोट में कहा गया है कि हाल ही में गिरफ्तार सिमी के कार्यकर्ताओं ने बताया है कि गिरोह ट्रेनिंग कैंप और एक आत्मघाती दस्ता जिसे शाहीन फोर्स का नाम दिया गया है, चला रहा है. उनके निशाने पर कई नेता हैं जिनमें मोदी भी हैं. गुप्तचर विभाग के नोट में उन तरीकों के बारे में खुलासा किया गया है जो हमला करने के लिए अपनाए जा सकते हैं. नोट में यह भी कहा गया है कि मोदी को माओवादियों से भी खतरा है.
मोदी के काफिले पर लॉंचरों से हमला और बमों से लदे वाहनों को टकराने जैसे कई विकल्प इसमें बताए गए हैं. आत्मघाती हमला तो एक और तरीका है जिसका आतंकी संगठन इस्तेमाल कर सकते हैं. नोट में कहा गया है कि मोदी को न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी खतरा है.

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